Government Action: सरकार की सख्त कार्रवाई! एयरलाइंस ने क्यों बढ़ाए आसमान छूते किराए? असली वजह चौंकाएगी

Government Action: इंडिगो की संचालन व्यवस्था में आई बड़ी गड़बड़ी के बीच कुछ एयरलाइंस द्वारा अचानक बढ़ाए गए हवाई किरायों को लेकर केंद्र सरकार ने शनिवार को गंभीर संज्ञान लिया है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि उसने अपने नियामक अधिकारों का उपयोग करते हुए सभी प्रभावित रूट्स पर किराया नियंत्रण लागू कर दिया है, ताकि यात्रियों को मनमाने और अत्यधिक किराए से बचाया जा सके। मंत्रालय ने कहा कि आपातकालीन परिस्थितियों में किसी भी तरह की ‘अवसरवादी कीमत वसूली’ बर्दाश्त नहीं की जाएगी और जनता के हितों की रक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
मंत्रालय की ओर से जारी आधिकारिक निर्देश में स्पष्ट किया गया कि सभी एयरलाइंस को निर्धारित किराया सीमा (fare caps) का कड़ाई से पालन करना होगा। यह सीमा तब तक लागू रहेगी जब तक इंडिगो की परिचालन स्थिति पूरी तरह स्थिर नहीं हो जाती। बयान में कहा गया कि इसका उद्देश्य बाजार में मूल्य अनुशासन बनाए रखना है, ताकि वरिष्ठ नागरिकों, छात्रों, मरीजों और अन्य ज़रूरी यात्रियों को कठिन परिस्थिति में आर्थिक बोझ न उठाना पड़े। साथ ही मंत्रालय ने कहा कि वह वास्तविक समय (real-time) डेटा, एयरलाइंस और ऑनलाइन ट्रैवल प्लेटफ़ॉर्म्स के साथ लगातार समन्वय के ज़रिए किरायों की निगरानी करेगा। निर्धारित नियमों से किसी भी तरह की विचलन की स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जाएगी।

इंडिगो का संचालन संकट: 1,000 से अधिक उड़ानें रद्द
बीते कुछ दिनों से इंडिगो एयरलाइंस “संचालन संकट” (operational crisis) का सामना कर रही है, जिसके चलते शुक्रवार को एक ही दिन में 1,000 से अधिक उड़ानें रद्द हो गईं। शनिवार को स्थिति थोड़ी सुधरी, लेकिन अभी भी अस्थिर बनी रही और 440 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। इस अचानक हुए संकट के पीछे स्टाफिंग समस्याएँ, परिचालन अव्यवस्था और बढ़ते दबाव जैसी कई वजहें बताई जा रही हैं। देश के प्रमुख हवाई अड्डों पर इसका भारी असर देखने को मिला, जहाँ यात्रियों को लंबी कतारें, घंटों की देरी और सीमित जानकारी के चलते परेशानियों का सामना करना पड़ा।
दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु में सबसे अधिक असर
दिल्ली का इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, मुंबई का छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और बेंगलुरु का केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा—ये तीनों एयरपोर्ट इस संकट से सबसे अधिक प्रभावित रहे। इन शहरों में उड़ानों का रद्द होना और देरी सबसे अधिक रही, जिसके चलते हजारों यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुँचने के लिए अतिरिक्त इंतजार करना पड़ा। शहरवार स्थिति बताती है कि 6 दिसंबर 2025 को देशभर में इंडिगो की 440 से अधिक उड़ानें रद्द हुईं। इस अव्यवस्था ने न केवल हवाई यात्रा को बाधित किया, बल्कि यात्रियों में भारी असंतोष भी पैदा किया है। सरकार की ओर से जारी नए किराया नियंत्रण निर्देश फिलहाल यात्रियों को राहत देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माने जा रहे हैं।





