J&K News: आर्म्ड फोर्सेज फ्लैग डे पर खास मुलाकात—वेटरन्स ने जो बताया, उससे प्रशासन भी चौंक गया!

J&K News: आर्म्ड फोर्सेज फ्लैग डे के अवसर पर श्रीनगर स्थित सैनिक भवन में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें देश की रक्षा में अपने प्राण न्योछावर करने वाले शहीदों और ड्यूटी पर तैनात सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। यह कार्यक्रम सैनिकों के गौरव, साहस और अदम्य देशभक्ति को समर्पित था। इस अवसर पर सैनिक परिवारों, पूर्व सैनिकों और प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति ने समारोह को और अधिक गरिमामय बना दिया। फ्लैग डे का प्रमुख उद्देश्य नागरिकों में राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाना और सैनिकों तथा उनके परिवारों के कल्याण के लिए सहयोग एकत्रित करना है।
कार्यक्रम में कश्मीर के डिविजनल कमिश्नर, अंशुल गर्ग ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की और पूर्व सैनिकों तथा वीर नारियों के साथ विस्तृत बातचीत की। उन्होंने आश्वासन दिया कि सिविल प्रशासन हमेशा पूर्व सैनिकों, युद्ध विधवाओं और उनके परिवारों की सहायता के लिए तत्पर रहेगा। डिविजनल कमिश्नर ने बताया कि प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे कल्याणकारी कार्यों को और मजबूत किया जाएगा, ताकि रक्षा सेवाओं से जुड़े परिवारों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। पूर्व सैनिकों ने भी प्रशासन द्वारा उठाए गए कल्याणकारी कदमों के लिए डिविजनल कमिश्नर का आभार व्यक्त किया और कहा कि ऐसे प्रयास उनके मनोबल को बढ़ाते हैं।

शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि और सैनिकों के योगदान का सम्मान
कार्यक्रम के दौरान डिविजनल कमिश्नर ने शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि हमारे सैनिक राष्ट्र के सच्चे रक्षक हैं, जो अपनी खुशियों, परिवार और यहां तक कि जीवन को भी देश की सुरक्षा के लिए समर्पित कर देते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सेना के जवान कठिन परिस्थितियों में देश की सीमाओं की रक्षा करते हैं और हमें उनका तथा उनके परिवारों का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे सेना के बलिदान को केवल फ्लैग डे तक सीमित न रखें, बल्कि हर दिन सैनिकों और उनके परिवारों के प्रति सम्मान व कृतज्ञता का भाव रखें।
नागरिक कर्तव्य और फ्लैग डे का महत्व
आर्म्ड फोर्सेज फ्लैग डे न केवल सरकार द्वारा संचालित योजनाओं को आगे बढ़ाने का माध्यम है, बल्कि यह नागरिकों को भी यह याद दिलाता है कि देश की रक्षा करने वालों का ध्यान रखना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। फ्लैग डे के माध्यम से नागरिकों को स्वेच्छा से योगदान देकर वीर नारियों, शहीदों के परिवारों, विकलांग सैनिकों और सेवानिवृत्त जवानों की सहायता करने का अवसर मिलता है। यह अभियान बताता है कि राष्ट्र की शक्ति केवल सैनिकों में नहीं, बल्कि उन नागरिकों में भी निहित है जो उनके परिवारों के साथ खड़े रहते हैं। इस दिन का संदेश स्पष्ट है—देश की सुरक्षा करने वालों की सेवा और देखभाल करना हर नागरिक का कर्तव्य है।





