Jammu-Kashmir News: मनोज सिन्हा ने पुरमंडल में किया पूजा-अर्चना, जम्मू-कश्मीर के नए विकास की दी नई दिशा

Jammu-Kashmir News: जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार, 19 नवंबर को पुरमंडल-उत्तरवाहिनी तीर्थ सेवा ट्रस्ट के स्थापना दिवस समारोह में भाग लिया। उन्होंने इस क्षेत्र को एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक विरासत बताते हुए प्राचीन शिव मंदिर में पूजा-अर्चना की और शाम को देविका महा आरती में भी सम्मिलित हुए। समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर की नई पहचान शांति, विकास और आत्मनिर्भरता से जुड़ी होगी।
शहीदों के बलिदान को किया सम्मानित
अपने संबोधन में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पुलिसकर्मियों, सैनिकों, किसानों, युवाओं और महिलाओं के बलिदान को सलाम किया। उन्होंने कहा कि इन सभी के योगदान से जम्मू-कश्मीर का नया आधार मजबूत हुआ है। उन्होंने यह भी प्रतिज्ञा व्यक्त की कि इन शहीदों के सपनों को अधूरा नहीं छोड़ेंगे और उनके सम्मान में हर संभव प्रयास करेंगे। खासकर आम जनता की भूमिका को उन्होंने जम्मू-कश्मीर के विकास में अहम बताया।

पुरमंडल-उत्तरवाहिनी क्षेत्र की आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रतीक
मनोज सिन्हा ने इस क्षेत्र को जम्मू-कश्मीर की सांस्कृतिक विविधता, सभ्यता और आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र आत्मशुद्धि और श्रद्धा का पवित्र स्थल है, जो प्रेम, सौहार्द और सामाजिक एकता को बढ़ावा देता है। उपराज्यपाल ने पुरमंडल-उत्तरवाहिनी क्षेत्र को विश्वस्तरीय आध्यात्मिक स्थल बनाने के अपने संकल्प को दोहराया। इस दौरान ट्रस्ट ने क्षेत्र के विकास से संबंधित कुछ मांगें भी रखीं, जिन्हें उपराज्यपाल ने गंभीरता से लेने का आश्वासन दिया।
विद्यालय स्थापना के लिए वित्तीय सहायता का आग्रह
मनोज सिन्हा ने जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि वे धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण के लिए सभी संबंधित विभागों को समन्वित करें। उन्होंने नए वेद विद्यालय के लिए उपयुक्त सरकारी भूमि की पहचान करने को कहा। साथ ही, उन्होंने श्री माता वैष्णो देवी मंदिर बोर्ड से विद्यालय स्थापना के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने का अनुरोध किया। यह कदम शिक्षा और सांस्कृतिक संवर्धन दोनों के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
धार्मिक स्थलों के पुनरुद्धार में तेजी
उपराज्यपाल ने कहा कि केंद्र सरकार से यह भी अनुरोध किया जाएगा कि इस क्षेत्र को बेहतर सुविधाओं के लिए चार-लेन सड़क से जोड़ा जाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले चार वर्षों में 62 प्राचीन धार्मिक स्थलों का पुनर्निर्माण किया जा चुका है। इस अवसर पर सांसद जुगल किशोर शर्मा, विधायक डॉ. देवेंद्र कुमार मन्याल और विभिन्न धार्मिक-सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद थे। कार्यक्रम का समापन उपराज्यपाल के इस आह्वान के साथ हुआ कि समाज के हर वर्ग को प्राकृतिक धरोहरों और पवित्र स्थलों के संरक्षण में सक्रिय योगदान देना चाहिए।





