जम्मू और कश्मीर

J&K News: श्री माता वैष्णो देवी मेडिकल कॉलेज में सीट आवंटन विवाद, संघर्ष समिति ने सरकार को चेतावनी दी आंदोलन तेज होगा

J&K News: श्री माता वैष्णो देवी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस सीटों के आवंटन को लेकर विवाद तेजी से बढ़ रहा है। इसी बीच शुक्रवार को संघर्ष समिति ने सरकार को सख्त चेतावनी दी है कि माता वैष्णो देवी के फंड का दुरुपयोग बंद किया जाए, अन्यथा आंदोलन और अधिक तेज किया जाएगा। समिति ने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से भी आग्रह किया कि वह धर्म के नाम पर लोगों को बांटना बंद करें। जम्मू शहर में समिति ने 50 में से 45 सीटें मुस्लिम छात्रों को देने के विरोध में प्रतीकात्मक धरना प्रदर्शन किया, जिसमें 60 से अधिक धार्मिक, सामाजिक और व्यावसायिक संगठनों के साथ-साथ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, छात्र संगठन और महिला संगठन भी शामिल हुए। समिति के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि श्राइन बोर्ड के अधीन मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने ज्यादातर सीटें मुस्लिम छात्रों को देकर अन्य युवाओं के अधिकारों का हनन किया है।

संघर्ष समिति का क्या कहना है?

समिति ने साफ किया कि उनका विरोध किसी खास समुदाय के खिलाफ नहीं है, बल्कि यह विरोध माता वैष्णो देवी को चढ़ाए गए अर्पणों के दुरुपयोग के खिलाफ है। समिति का कहना है कि जो धन श्राइन बोर्ड द्वारा माता वैष्णो देवी के लिए एकत्रित किया गया है, उसका सही उपयोग नहीं हो रहा है। यह धन स्थानीय हितों, भक्तों की सुविधाओं और आध्यात्मिक परियोजनाओं में खर्च होना चाहिए। मेडिकल कॉलेज का प्रबंधन पारदर्शी होना चाहिए और सीट आवंटन का सिस्टम स्पष्ट होना चाहिए। समिति ने यह भी कहा कि क्षेत्र में मंदिरों का विकास और जनकल्याण परियोजनाओं को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।

J&K News: श्री माता वैष्णो देवी मेडिकल कॉलेज में सीट आवंटन विवाद, संघर्ष समिति ने सरकार को चेतावनी दी आंदोलन तेज होगा

समिति ने दी कड़ी चेतावनी

संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल सुखबीर सिंह मांकोतिया, सनातन धर्म सभा के अध्यक्ष पुरुषोत्तम दधीचि, और युवा राजपूत सभा के प्रतिनिधियों ने प्रशासन को सख्त चेतावनी दी कि अगर बोर्ड अपनी विवादित सीट आवंटन की योजना वापस नहीं लेता है तो आंदोलन और भी बड़ा हो सकता है। उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन मुद्दे को उलझाने या लोगों को बांटने की कोशिश करता है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी उसी पर होगी। समिति ने स्पष्ट किया कि वे किसी भी छात्र के मेडिकल शिक्षा के अधिकार को चुनौती नहीं दे रहे हैं, बल्कि चाहते हैं कि माता वैष्णो देवी के फंड का उपयोग उसके मूल उद्देश्य के अनुसार ही किया जाए।

संघर्ष समिति की मुख्य मांगें

संघर्ष समिति ने कई अहम मांगें रखी हैं। उन्होंने कहा कि मेडिकल सीटों के आवंटन की पूरी जांच होनी चाहिए। साथ ही, बोर्ड अपनी विवादित सीट आवंटन की योजना तुरंत वापस ले। एमबीबीएस सीटों के आवंटन में पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए और हिंदू आरक्षण की स्पष्ट व्यवस्था की जाए। इसके अलावा, भविष्य में किसी भी प्रकार की अनियमितताओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं। समिति ने जोर देकर कहा कि माता वैष्णो देवी को चढ़ाए गए अर्पणों का दुरुपयोग बिल्कुल बंद होना चाहिए और इसका उपयोग हिंदू धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यों के लिए ही किया जाना चाहिए।

उमर अब्दुल्ला के बयान और प्रतिक्रिया

मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस मुद्दे पर बयान देते हुए कहा कि अगर भाजपा गैर-कश्मीरियों के लिए इस मेडिकल कॉलेज को अल्पसंख्यक संस्थान घोषित कराने पर दबाव बनाना चाहती है तो वे ऐसा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मुस्लिम छात्रों को एडमिशन मिलने से भाजपा को दिक्कत है तो वे अपने बच्चों को बांग्लादेश या तुर्की जैसे देशों में पढ़वा सकते हैं। उमर ने आंदोलन को निरर्थक बताया और कहा कि जो छात्र नीट में अच्छे अंक लाते हैं, उन्हें उनकी धर्म के आधार पर दंडित नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई धर्म के आधार पर आरक्षण चाहता है, तो पहले सरकारी अनुदान लेना बंद करें और जमीन के लिए भुगतान करें। फिर विश्वविद्यालय के नियमों में संशोधन करें ताकि केवल एक धर्म को आरक्षण मिले। उन्होंने कहा कि उन्हें इसमें कोई आपत्ति नहीं है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button