J&K News: जम्मू में नशे के अड्डे पर बुलडोजर का कहर, जम्मू में नशे की जड़ों को जड़ से खत्म करने का अभियान

J&K News: जम्मू के बिश्नाह के सिकंदरपुर क्षेत्र को नशे का काला अड्डा माना जाता रहा है। शुक्रवार को प्रशासन ने इस इलाके में अवैध कब्जा जमाए गए 20 पक्के मकानों को जेसीबी से ढहाकर बड़ी कार्रवाई की। जिला मजिस्ट्रेट डॉ. राकेश मिन्हास और एसएसपी जोगिंदर सिंह के निर्देशों में यह कार्रवाई की गई, जिसमें करीब दो किलोमीटर तक की सीमा पूरी तरह सील कर दी गई। इस कार्रवाई का मकसद नशीले पदार्थों के व्यापार को जड़ से खत्म करना है।
130 कनाल जमीन पर बने अवैध मकानों को तोड़ा गया
प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार सिकंदरपुर क्षेत्र में करीब 130 कनाल सरकारी और कस्टोडियन भूमि पर अवैध कब्जा था। अपराधियों और अतिक्रमणकारियों ने यहां पक्के मकान बना रखे थे, जिनका उपयोग नशीले पदार्थों की तस्करी और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों के लिए किया जा रहा था। राजस्व विभाग और पुलिस बल के भारी संरक्षण में यह कार्रवाई की गई। श्मशानघाट के पास स्थित इन अवैध संरचनाओं को जेसीबी के ज़रिए ध्वस्त किया गया। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए थे।

प्रशासन ने किया क्षेत्र की सीमाएं पूरी तरह सील
इस अभियान के दौरान मीरां साहिब, बिश्नाह, कुंजवानी, बाड़ी ब्राह्मणा के मुख्य सड़क मार्गों को भी पूरी तरह बंद कर दिया गया था। प्रशासन ने स्थानीय लोगों की आवाजाही 12 बजे तक बंद रखी और ड्रोन के माध्यम से इलाके की निगरानी की। यह सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए की गई थी ताकि किसी प्रकार की अफरातफरी या अव्यवस्था न हो। इस कड़े बंदोबस्त के चलते इलाके में शांति बनी रही और कार्रवाई बिना किसी रुकावट के संपन्न हुई।
स्थानीय लोगों में नाराजगी, कार्रवाई को बताया अन्यायपूर्ण
हालांकि प्रशासन की इस कार्रवाई के बावजूद स्थानीय लोगों में नाराजगी देखी गई। उन्होंने कहा कि उन्हें कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई और यदि नोटिस दिया होता तो वे अपने सामान को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित कर लेते। कई लोग खासतौर पर छोटे बच्चे और पशुपालक परिवार इस ठंड के मौसम में बेघर हो गए हैं। लोगों का आरोप है कि कई ऐसे मकान भी तोड़े गए जिनके मालिक नशे के कारोबार से जुड़े नहीं थे। इस कारण उन्हें बड़ा आर्थिक और मानसिक नुकसान हुआ है। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से पुनर्वास और मुआवजे की भी मांग की है।
प्रशासन का भविष्य के लिए सख्त एलान
जिला प्रशासन ने साफ कर दिया है कि सरकारी भूमि पर अतिक्रमण और नशे के कारोबार को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस कार्रवाई में मिली भूमि संबंधित विभागों को सौंप दी गई है। कुछ हिस्सों का उपयोग नियाबत, पटवार हलका और पुलिस चौकी के लिए प्रस्तावित किया जाएगा। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि आगे भी जो कोई इस प्रकार के अतिक्रमण या अवैध गतिविधियों में शामिल होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सिकंदरपुर में हुई इस बड़ी कार्रवाई से यह संदेश गया है कि प्रशासन नशे और अपराध के खिलाफ पूरी मजबूती से कदम उठा रहा है।





