जम्मू और कश्मीर

Jammu News: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अंग्रेजी अखबार के दफ्तर पर मारा छापा, संपादक से हो सकती है पूछताछ

Jammu News: जम्मू और कश्मीर पुलिस तथा राज्य जांच एजेंसी (SIA) ने जम्मू में एक अंग्रेजी अखबार ‘कश्मीर टाइम्स‘ के कार्यालय पर छापा मारा है। यह कार्रवाई उस समय हुई जब अखबार पर देशविरोधी गतिविधियों में शामिल होने, देश के खिलाफ नफरत फैलाने और संप्रभुता को खतरे में डालने का आरोप लगाया गया। SIA की एफआईआर में इस अंग्रेजी अखबार के संपादक का नाम भी शामिल है, जिन्हें उनके कथित कार्यों और संबंधों के बारे में पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।

देशविरोधी गतिविधियों के आरोप में कार्रवाई

राज्य जांच एजेंसी ने इस अंग्रेजी अखबार के खिलाफ ‘देश के हितों के खिलाफ गतिविधियों की महिमा मंडन’ के आरोप में मामला दर्ज किया है। एक अधिकारी ने बताया कि जम्मू और कश्मीर पुलिस की SIA टीम ने कश्मीर टाइम्स के कार्यालय में घुसकर विस्तृत जांच की। अखबार के दफ्तर में मौजूद कंप्यूटर और अन्य उपकरणों की पूरी तरह से तलाशी ली गई ताकि आरोपों की पुष्टि की जा सके। इस छापे का उद्देश्य देश के खिलाफ प्रचार-प्रसार करने वाले किसी भी साजिश को बेनकाब करना है।

संपादक सहित अन्य कर्मचारियों पर भी निगाह

अखबार के संपादक का नाम एफआईआर में दर्ज किया गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि संपादक और अन्य प्रमुख कर्मचारियों से उनके कथित गतिविधियों और बाहरी कनेक्शनों के बारे में विस्तृत पूछताछ की जाएगी। यह कदम इस बात का संकेत है कि जांच एजेंसी इस मामले को गंभीरता से ले रही है और देशविरोधी गतिविधियों में शामिल हर व्यक्ति को कड़ी कानूनी कार्रवाई के दायरे में लाने का प्रयास कर रही है।

संपूर्ण जांच जारी, भविष्य में और कार्रवाई संभव

SIA के अधिकारीयों ने बताया कि फिलहाल जांच प्रक्रिया जारी है और इसे विस्तार से किया जा रहा है। इस जांच के दौरान सभी उपलब्ध साक्ष्यों का विश्लेषण किया जाएगा। अधिकारियों ने यह भी कहा कि यदि आवश्यक हुआ तो और लोगों के खिलाफ भी कानूनी कार्यवाही की जाएगी। साथ ही जांच के आधार पर प्रेस के अन्य माध्यमों के बारे में भी नजर रखी जाएगी ताकि किसी भी प्रकार की देशविरोधी गतिविधि को रोका जा सके।

मीडिया पर लग रहे आरोप और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सवाल

इस कार्रवाई के बाद से ही देश में मीडिया की स्वतंत्रता और सुरक्षा को लेकर चर्चा तेज हो गई है। कई लोगों का मानना है कि किसी भी देश में मीडिया को अपनी आवाज़ स्वतंत्रता से उठाने का अधिकार होना चाहिए। वहीं, सरकार का कहना है कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों में कोई समझौता नहीं किया जाएगा और अगर कोई संगठन या व्यक्ति देश के खिलाफ गतिविधियों में लिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। इस घटना ने देश में मीडिया और सुरक्षा एजेंसियों के बीच संतुलन बनाए रखने की आवश्यकता पर भी ध्यान आकर्षित किया है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button