Jammu Kashmir: हमले और अवैध रोकथाम का खुलासा, FIR दर्ज, अब देखना है क्या ASI बच पाएंगे जांच से

Jammu Kashmir: डोडा पुलिस ने एक सक्रिय पुलिस अधिकारी के खिलाफ कथित हमला और अवैध रोकथाम के आरोप में FIR दर्ज की है। इस कदम के जरिए पुलिस ने यह स्पष्ट कर दिया है कि कानून के सामने कोई भी व्यक्ति, चाहे वह पुलिस बल का हिस्सा ही क्यों न हो, सर्वोपरि नहीं है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई करते हुए जांच प्रक्रिया शुरू कर दी है।
अनज़ार मजीद मलिक ने पुलिस शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि सहायक उप निरीक्षक (ASI) मोहम्मद मक़बूल दर ने उन्हें शारीरिक रूप से घायल किया और गलत तरीके से रोक कर रखा। शिकायत में कहा गया कि घटना के दौरान उन्हें असुविधा और मानसिक दबाव का सामना करना पड़ा। इस प्रकार की शिकायतें यह दर्शाती हैं कि पुलिस बल में भी किसी अधिकारी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की संभावना होती है।
FIR और जांच प्रक्रिया
पुलिस स्टेशन डोडा ने शिकायत के आधार पर संबंधित धाराओं के तहत FIR दर्ज की और मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस अधिकारी और अन्य संबंधित पक्षों से बयान लिए जा रहे हैं। घटना के समय और परिस्थितियों का पता लगाने के लिए पुलिस ने प्राथमिक जांच टीम गठित की है। अधिकारियों का कहना है कि कानून के अनुसार सभी तथ्यों की निष्पक्षता से जांच की जाएगी।
कानून के आगे कोई नहीं
पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि यह मामला यह दिखाता है कि पुलिस बल स्वयं कानून का पालन करता है और किसी भी व्यक्ति के खिलाफ, चाहे वह पुलिस अधिकारी ही क्यों न हो, उचित कार्रवाई की जाती है। अधिकारियों ने जनता से अपील की है कि ऐसे मामलों में हिम्मत दिखाकर शिकायत दर्ज कराएं, क्योंकि कानून सबके लिए समान है। इस घटना के बाद क्षेत्र में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस सतर्क हो गई है।





