Srinagar: नौगाम ब्लास्ट का क्या है सच? श्रीनगर में धमाका, 7 मरे—सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट!

Srinagar के नौगाम पुलिस स्टेशन में गुरुवार देर रात करीब 11:20 बजे एक जोरदार धमाका हुआ, जिसने पूरे इलाके को दहला दिया। इस हादसे में अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 27 लोग घायल बताए जा रहे हैं। कई घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है, जिन्हें 92 आर्मी बेस कैंप हॉस्पिटल और Srinagar अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आशंका जताई जा रही है कि मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है। धमाका इतना शक्तिशाली था कि इसकी आवाज चनपोरा, सनतनगर, रावलपोरा से लेकर पंथाचौक तक सुनी गई।
हरियाणा से लाए गए 360 किलो विस्फोटक ने मचाई तबाही
जांच में सामने आया कि यह विस्फोट उन विस्फोटकों से हुआ जिन्हें हरियाणा के फरीदाबाद में गिरफ्तार किए गए डॉक्टर मुझम्मिल गणाई के किराए के मकान से बरामद किया गया था। जम्मू-कश्मीर पुलिस यह विस्फोटक नमूने इकट्ठा करने के लिए नौगाम पुलिस स्टेशन में लाई थी। इसी दौरान 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट अचानक फट गया। धमाके के बाद पुलिस स्टेशन में मौजूद दर्जनभर से अधिक वाहन जलकर राख हो गए। आसपास के घरों की खिड़कियों के शीशे टूट गए और कई मकानों में दरारें तक आ गईं। स्थानीय लोगों ने कहा कि ऐसा विस्फोट उन्होंने पहले कभी नहीं सुना।
इंटर-स्टेट टेरर मॉड्यूल की पहली FIR नौगाम में दर्ज हुई थी
यह पूरा मामला अक्टूबर में तब शुरू हुआ जब नौगाम के बनपोरा इलाके में पुलिस और सुरक्षा बलों को धमकाने वाले पोस्टर मिले। 19 अक्टूबर को नौगाम थाने में पहला केस दर्ज किया गया और एक विशेष जांच टीम गठित हुई। CCTV फुटेज की मदद से पुलिस ने तीन आरोपियों—आरिफ निसार डार उर्फ साहिल, यासिर-उल-अशरफ और मकसूद अहमद डार उर्फ शाहिद—को गिरफ्तार किया। पूछताछ में इन आरोपियों ने शोपियां के मौलवी इरफान अहमद का नाम बताया, जिस पर डॉक्टरों को कट्टरपंथी बनाने का आरोप है। इसी जांच के सिलसिले में पुलिस Faridabad पहुंची और मुझम्मिल के किराए के कमरे से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद हुए, जिनमें से कुछ नौगाम पुलिस स्टेशन में जांच के दौरान फट गए।
दिल्ली रेड फोर्ट ब्लास्ट से भी जुड़ सकती है कड़ी, 13 की हुई थी मौत
इसी इंटर-स्टेट टेरर मॉड्यूल से जुड़े तार दिल्ली के रेड फोर्ट ब्लास्ट से भी जुड़ते दिख रहे हैं। 10 नवंबर की शाम लाल किले मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 के पास एक सफेद Hyundai i20 कार में भीषण विस्फोट हुआ था, जिसमें 13 लोगों की मौत हो गई थी और 20 से ज्यादा घायल हुए थे। जांच एजेंसियों ने खुलासा किया है कि जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े आतंकियों की योजना देशभर के बड़े शहरों में दिसंबर 6 को बड़े हमले करने की थी। Srinagar में हुए ताज़ा धमाके ने पूरी सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं, और एजेंसियां इसे व्यापक आतंकी साजिश का हिस्सा मान रही हैं।





