Jammu and Kashmir News: राजौरी में मिली आईईडी, सुरक्षा बलों ने किया नियंत्रित विस्फोट से नष्ट, कोई हताहत नहीं

Jammu and Kashmir News: दिल्ली के लाल किले के बाहर हुए धमाके ने देश की सुरक्षा व्यवस्था को हिला कर रख दिया है। इससे पहले फरीदाबाद से बड़ी मात्रा में विस्फोटक बरामद किए गए थे, जो जांच के दायरे में थे। इस धमाके ने राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है और पूरे देश में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इस बीच, जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले से भी एक बड़ी खबर आई है, जहां सुरक्षा बलों ने एक IED बरामद किया और उसे नियंत्रित विस्फोट के जरिए निष्प्रभावी किया।
राजौरी जिले में बरामद हुआ IED और हुआ नियंत्रित विस्फोट
राजौरी जिले के थाना थनमंडी के ऊपरी बांगई गांव में सुरक्षा बलों ने एक घर के पास IED बरामद किया। बम निरोधक दस्ते ने इसे सुरक्षित तरीके से नियंत्रित विस्फोट के माध्यम से नष्ट कर दिया। अधिकारियों के अनुसार, इस विस्फोट से मोहम्मद अकबर के घर को आंशिक नुकसान पहुंचा है, लेकिन परिवार पहले ही सुरक्षित जगह पर शिफ्ट कर दिया गया था। किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। सुरक्षा गश्त के दौरान यह विस्फोटक बरामद हुआ था।

नुकसान सीमित, परिवार सुरक्षित
जैसे ही IED की जानकारी मिली, सुरक्षा बलों ने तुरंत कार्रवाई की और परिवार को सुरक्षित स्थान पर ले जाकर विस्फोट किया। इससे जान-माल का बड़ा नुकसान होने से बच गया। अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट से केवल मकान की दीवारें प्रभावित हुईं, लेकिन किसी की जान को खतरा नहीं हुआ। यह घटना सुरक्षा बलों की तत्परता और सावधानी का परिचायक है।
श्रीनगर के नवगाम पुलिस स्टेशन पर भी हुआ शक्तिशाली विस्फोट
राजौरी की घटना से पहले, शुक्रवार देर रात श्रीनगर के नवगाम पुलिस स्टेशन में एक जोरदार विस्फोट हुआ था। इस धमाके में 9 लोग मारे गए और करीब 30 लोग घायल हुए। यह धमाका तब हुआ जब फरीदाबाद से बरामद विस्फोटकों को निष्प्रभावी करने का प्रयास किया जा रहा था। धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि पांच किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। यह घटना जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा की संवेदनशीलता को दर्शाती है।
फरीदाबाद पुलिस की कार्रवाई और जांच जारी
फरीदाबाद पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई में विस्फोटकों की भारी खेप बरामद की थी, जिन्हें बाद में श्रीनगर लाया गया था। इन विस्फोटकों को निष्प्रभावी करने के दौरान हुए धमाके ने पूरे मामले को और गंभीर बना दिया है। राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियां इस पूरे नेटवर्क की जांच कर रही हैं ताकि ऐसे हादसों को दोबारा रोका जा सके। सुरक्षा इंतजाम और जांच अब और कड़े कर दिए गए हैं।





