Stock Market: बाजार में कमजोरी, सेंसेक्स 81 अंक टूटा, निफ्टी भी नीचे, बड़ी कंपनियों में मिक्स्ड रुख

बुधवार को घरेलू Stock Market में कमजोरी देखने को मिली। सुबह 9:21 बजे के लगभग बीएसई सेंसेक्स 84,591.24 अंक पर था, जो 81.78 अंक नीचे था। वहीं एनएसई निफ्टी भी 25,876.55 अंक पर कारोबार कर रहा था, जो 33.50 अंक की गिरावट दर्शाता है। शुरुआती सत्र में एनएसई निफ्टी के प्रमुख बढ़त हासिल करने वाले शेयरों में श्रीराम फाइनेंस, टीसीएस, टेक महिंद्रा, ट्रेंट और आईसीआईसीआई बैंक शामिल रहे। दूसरी ओर, मैक्स हेल्थकेयर, अपोलो हॉस्पिटल्स, बजाज फिनसर्व, ओएनजीसी और हिंडाल्को जैसे शेयर नुकसान में रहे। निवेशक इन प्रमुख शेयरों की चाल पर नजर बनाए हुए हैं, जिससे इंडेक्स में उतार-चढ़ाव जारी रहा।
सेंसेक्स के शेयरों में भी मिली-जुली कारोबार की स्थिति
सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स, एचडीएफसी बैंक, बजाज फिनसर्व, एनटीपीसी और सन फार्मा कमजोर प्रदर्शन करते हुए पीछे रहे। वहीं, इंफोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एचसीएल टेक, टेक महिंद्रा और आईसीआईसीआई बैंक ने अच्छी बढ़त दर्ज की। इन कंपनियों के शेयरों की खरीदारी ने बाजार में थोड़ी राहत पहुंचाई, लेकिन समग्र बाजार अभी भी दबाव में दिखा।

बैंक निफ्टी और मिडकैप इंडेक्स भी नीचे
शेयर बाजार के अन्य महत्वपूर्ण सेक्टर्स में बैंक निफ्टी भी कमजोरी के साथ खुला। बैंक निफ्टी 58,782 अंक पर खुला जो 117 अंक या 0.20% की गिरावट दर्शाता है। इसी तरह मिडकैप सेक्टर में भी नकारात्मकता रही, जहां निफ्टी मिडकैप 60,754 अंक पर खुला, जो 68 अंक या 0.11% नीचे था। इस तरह छोटी और मंझोली कंपनियों के शेयर भी बाजार की गिरावट से प्रभावित हुए।
एशियाई बाजारों का प्रदर्शन: मिले-जुले रुख के साथ बंद हुए कारोबार
एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कोस्पी, शंघाई एसएसई कंपोजिट इंडेक्स और हांगकांग का हैंग सेंग इंडेक्स कमजोर होकर बंद हुए। जबकि जापान का निक्केई 225 बढ़त के साथ बंद हुआ। वैश्विक बाजारों में भी उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। मंगलवार को अमेरिकी बाजार भी नकारात्मक क्षेत्र में बंद हुए, जहां एस एंड पी 500 और नैस्डैक जैसे प्रमुख सूचकांक कई महीनों की सबसे लंबी गिरावट में थे। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं ने निवेशकों के मनोबल को प्रभावित किया है।
रुपया मजबूत, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 9 पैसे की बढ़त
विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 9 पैसे मजबूत होकर 88.51 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया। कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और विदेशी पूंजी का बाहर जाना निवेशकों के बीच अनिश्चितता पैदा कर रहा है। विदेशी मुद्रा व्यापारी यह भी मान रहे हैं कि अमेरिकी मुद्रा की मजबूती और घरेलू शेयर बाजार में दबाव के कारण रुपया सीमित मजबूती दिखा रहा है। इस सप्ताह आने वाले पीएमआई डेटा और भारत-अमेरिका व्यापार समझौते की प्रगति को लेकर भी निवेशकों में चिंता बनी हुई है।





