Kashmir Weather: कश्मीर में कड़की ठंड लेकिन गुलमर्ग सबसे गर्म, जानें बाकी इलाकों में कितनी गिरा पारा

Kashmir Weather: कश्मीर की ठिठुरन भरी ठंड के बीच गुलमर्ग ने इस रविवार सबको चौंका दिया है। आमतौर पर सबसे ठंडे इलाकों में गिने जाने वाला गुलमर्ग इस बार सबसे गर्म स्थान बन गया। मौसम विभाग के अनुसार गुलमर्ग का अधिकतम तापमान 2.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 3.5 डिग्री अधिक है। इतनी सर्दी के बीच यहां का तापमान बढ़ना स्थानीय लोगों और वैज्ञानिकों दोनों के लिए आश्चर्य का विषय बन गया है।
कश्मीर में कड़ाके की ठंड. बाकी इलाकों में पारा शून्य से नीचे
गुलमर्ग को छोड़कर कश्मीर के ज्यादातर हिस्सों में जमाने वाली ठंड जारी है। घाटी के अन्य शहरों में तापमान लगातार नीचे जा रहा है जिससे लोगों की दिनचर्या प्रभावित हो रही है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि पहाड़ों से आने वाली शुष्क और ठंडी हवाएं इन इलाकों में कठोर शीतलहर को बढ़ा रही हैं। बाजारों में कम भीड़ दिख रही है और लोग सुबह और शाम घरों में रहने को मजबूर हैं।

श्रीनगर में हड्डियां कंपा देने वाली ठंड. तापमान -1.8 डिग्री दर्ज
राजधानी श्रीनगर भी इस बार कड़ाके की ठंड से जूझ रहा है। यहां का न्यूनतम तापमान -1.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। झीलों के किनारों पर हल्की बर्फ जमने लगी है और सड़कें देर तक धुंध की चादर में लिपटी रहती हैं। स्थानीय लोग पारंपरिक फ़िरन और कांगड़ी का सहारा लेकर खुद को गर्म रखने की कोशिश कर रहे हैं। इतनी ठंड ने पानी की पाइपलाइन और वाहनों पर भी असर डालना शुरू कर दिया है।
पहलगाम और बारामुला में पारा जमाव बिंदु से नीचे. पर्यटन पर भी असर
यात्रियों के पसंदीदा स्थान पहलगाम में तापमान -3.2 डिग्री दर्ज किया गया है। वहीं बारामुला में -3.4 डिग्री की रिकॉर्ड ठंड ने लोगों का निकलना मुश्किल कर दिया है। इन इलाकों में सुबह के समय सड़कें फिसलन भरी हो जाती हैं जिससे यात्रा जोखिम भरी हो जाती है। पर्यटन व्यवसाय भी इस अनियमित मौसम की मार झेल रहा है क्योंकि कई पर्यटक तय तारीखें बदल रहे हैं। स्थानीय होटल और परिवहन कारोबारियों की चिंता बढ़ गई है।
शोपियां में सबसे तीखी ठंड. पूरे घाटी में शीतलहर का असर जारी
शोपियां में न्यूनतम तापमान -4.0 डिग्री तक पहुंच गया है जो घाटी के सबसे कम तापमानों में से एक है। यहां की कड़कड़ाती ठंड ने जीवन को लगभग थमा दिया है। खेतों में काम धीमा पड़ गया है और सुबह की दिनचर्या कठोर ठंड की वजह से घंटों लेट हो जाती है। विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ सकती है। कश्मीर के मौसम में ये तेज उतार चढ़ाव क्षेत्र में जलवायु परिवर्तन के बढ़ते संकेत भी देते हैं।





