J&K News: बूंद-बूंद पानी के लिए तरसता सदुनारा, जल संकट से परेशान जनता ने की प्रशासन से फरियाद

J&K News: जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले के सदुनारा इलाके के लोग पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं। यहां की अधूरी जलापूर्ति योजना ने पूरे इलाके को पानी के संकट में डाल दिया है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि ओवरहेड टैंक (OHT) का काम अभी तक पूरा नहीं हुआ है, जिसके कारण पानी का भंडारण सही ढंग से नहीं हो पा रहा है। इसके चलते पानी की सप्लाई सिर्फ तब होती है जब बिजली आती है, और बिजली कटने पर नल सूख जाते हैं। इस स्थिति ने इलाके के लोगों की जिंदगी कठिन कर दी है और वे अपनी मूलभूत ज़रूरतों के लिए भी तरस रहे हैं।
अधूरी योजना ने बढ़ाई परेशानी
स्थानीय लोगों ने बताया कि यह योजना 2020 में शुरू हुई थी, लेकिन अब तक इसका काम अधूरा ही है। अधूरी ओवरहेड टैंक की वजह से पानी का भंडारण नहीं हो पाता और पानी की सप्लाई में व्यवधान आता है। लोगों को रोजाना जल संकट का सामना करना पड़ता है। नल सूखे रहते हैं और कई बार पानी के लिए टैंकरों पर निर्भर रहना पड़ता है। इससे न केवल उनके रोजमर्रा के काम प्रभावित हो रहे हैं, बल्कि स्वच्छता और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां भी बढ़ गई हैं।

अधिकारियों की कार्यशैली पर उठे सवाल
सदुनारा के लोग इस देरी को लेकर अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि इस योजना पर काम करने वाले संबंधित विभाग और अधिकारी जिम्मेदारी से काम नहीं कर रहे हैं। शिकायतों के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। यह स्थिति जनता में गहरी नाराजगी और असंतोष पैदा कर रही है। स्थानीय लोग प्रशासन से इस मामले में शीघ्र कार्रवाई की मांग कर रहे हैं ताकि उन्हें जल संकट से राहत मिल सके।
प्रशासन और जल शक्ति विभाग से मांग
पानी की इस गंभीर समस्या को देखते हुए स्थानीय लोग बांदीपोरा के जिला प्रशासन और जल शक्ति विभाग से तत्काल हस्तक्षेप की अपील कर रहे हैं। उनका कहना है कि ओवरहेड टैंक को जल्द से जल्द पूरा किया जाए ताकि पानी की नियमित सप्लाई सुनिश्चित हो सके। वे चाहते हैं कि प्रशासन इस मामले को प्राथमिकता दे और लोगों की इस मूलभूत जरूरत को पूरा करने के लिए आवश्यक कदम उठाए। उन्होंने कहा कि जल संकट का समाधान ना केवल उनकी रोजमर्रा की जिंदगी के लिए जरूरी है बल्कि उनके स्वास्थ्य और स्वच्छता के लिए भी अत्यंत आवश्यक है।
जल संकट से निजात के लिए आवश्यक कदम
अब वक्त आ गया है कि प्रशासन और संबंधित विभाग इस समस्या को गंभीरता से लें और जलापूर्ति योजना को जल्द पूरा करें। अधूरे ओएचटी की वजह से जल संकट बढ़ रहा है और इससे इलाके में असंतोष फैल रहा है। जल शक्ति विभाग को इस दिशा में पारदर्शी और जवाबदेह होकर काम करना होगा। साथ ही, भविष्य में इस तरह की परियोजनाओं के कार्यों में देरी न हो, इसके लिए भी ठोस व्यवस्था करनी होगी। इससे न केवल लोगों की जिंदगी आसान होगी बल्कि क्षेत्र का विकास भी प्रभावित नहीं होगा।





