Jammu-Kashmir में कांग्रेस का हर घर दस्तक अभियान तेज, राज्य का दर्जा लौटाने की लड़ाई में जमकर गरजे वरिष्ठ नेता

Jammu-Kashmir प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने रविवार को ‘घर घर दस्तक हर घर दस्तक’ अभियान की शुरुआत की। यह ‘हमारी रियासत हमारा हक’ अभियान का चौथा चरण है जिसका उद्देश्य राज्य का दर्जा बहाल करना है। अभियान पुरानी मंडी वार्ड नंबर 11 जम्मू ईस्ट से शुरू हुआ जहां नागरिकों और कार्यकर्ताओं के साथ खुलकर संवाद कार्यक्रम रखा गया।
छह साल से अधिकारों की प्रतीक्षा
कार्यक्रम की अगुवाई प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष तारिक हामिद कर्रा ने की जिनके साथ कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे। कर्रा ने कहा कि जम्मू कश्मीर के लोग पिछले छह साल से अपने राज्य का दर्जा पहचान संवैधानिक अधिकार और लोकतांत्रिक ढांचे की वापसी की प्रतीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जनता के साथ मजबूती से खड़ी है और यह संघर्ष राज्य का दर्जा बहाल होने तक जारी रहेगा।

प्रशासनिक उपेक्षा और बढ़ती परेशानियां
कर्रा और अन्य नेताओं ने भाजपा के सांसदों और विधायकों की चुप्पी पर सवाल उठाया। रमन भल्ला ने कहा कि राज्य का दर्जा खत्म होने के बाद जम्मू क्षेत्र को सबसे अधिक प्रशासनिक उपेक्षा का सामना करना पड़ा है। बेरोजगारी महंगाई मंदी और बढ़ते बिजली बिलों ने आम लोगों की कमर तोड़ दी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रशासन की नाकामियों को उजागर करती रहेगी।
लोगों से दूर हो गया निर्णय लेने का अधिकार
पूर्व मंत्री योगेश साहनी ने कहा कि मौजूदा नौकरशाही शासन ने आम आदमी से निर्णय लेने की शक्ति छीन ली है। अधिकारी न जनता के प्रति जवाबदेह हैं और न ही उपलब्ध। इससे जमीनी विकास शहरी योजनाएं और शिकायत निवारण तंत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि यह अभियान लोकतांत्रिक संस्थाओं के कमजोर होने के खिलाफ जनजागरूकता का कदम है।
डोगरा अस्मिता के लिए जन आंदोलन
मुख्य प्रवक्ता रविंदर शर्मा ने कहा कि यह अभियान डोगरा पहचान सम्मान और अधिकारों के लिए जन आंदोलन है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा ऐतिहासिक डोगरा राज्य का दर्जा खत्म करना जनता विरोधी कदम था। वेद महाजन ने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य को केंद्र शासित प्रदेश बनाकर लोगों की पहचान और अधिकार छीन लिए हैं। उन्होंने तत्काल राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग की। कार्यक्रम में कई प्रमुख नेता कांग्रेस में शामिल हुए और अभियान को मजबूत समर्थन मिला।





