Dharmendra की मौत के बाद Amitabh Bachchan का रहस्यमयी पोस्ट, 36 घंटे बाद अमिताभ ने लिखा ‘T 5576 -‘, फैंस ने की अलग-अलग बातें

सदी के महानायक Dharmendra के निधन ने उनके परिवार और पूरे फिल्म उद्योग को गहरे सदमे में डाल दिया है। वह अभिनेता जो हमेशा अपने हंसमुख चेहरे और मजाकिया अंदाज से माहौल को खुशनुमा बना देते थे, अब हमारे बीच नहीं रहे। उनका जाना हर किसी के लिए विश्वास करना कठिन है। उनके साथ जुड़े हर इंसान के दिल में एक खालीपन पैदा हो गया है, जिसे भर पाना आसान नहीं होगा।
अमिताभ ने जताया गहरा शोक, सोशल मीडिया पर दिल तोड़ने वाला संदेश
धर्मेंद्र के निधन के बाद उनके करीबी दोस्त और सह-अभिनेता अमिताभ बच्चन ने सोशल मीडिया पर कई बार अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। हाल ही में उन्होंने बिना किसी शब्द के X (पूर्व ट्विटर) पर “T 5576 -” लिखा, जो उनके टूटे हुए दिल की आवाज़ बन गया। फेसबुक पर उन्होंने सिर्फ एक शब्द लिखा — “Shocked”। इस मौन संदेश ने लोगों को उनकी अंदर की पीड़ा महसूस कराई। फैंस ने इसे “तूफान से पहले की खामोशी” कहा तो कुछ ने लिखा, “उन्होंने सब कुछ कह दिया बिना कुछ बोले।”
T 5576 –
— Amitabh Bachchan (@SrBachchan) November 25, 2025
अमिताभ ने धर्मेंद्र को दी अंतिम विदाई
89 वर्ष की उम्र में लंबे समय से बीमार चल रहे धर्मेंद्र का 24 नवंबर 2025 को निधन हो गया। अमिताभ बच्चन ने उनके अंतिम संस्कार में भाग लिया, जहां वह अपने आंसुओं और यादों के साथ भावुक नजर आए। उन्होंने अपने दोस्त और साथी को भारी मन से विदा किया। बाद में अमिताभ ने एक भावुक पोस्ट लिखकर अपनी भावनाएं साझा कीं, जिसमें उन्होंने धर्मेंद्र के व्यक्तित्व और उनकी महानता की खूबियां बयां कीं।
अमिताभ के पहले के संदेशों में थी दोस्ती की गहराई
अमिताभ ने पहले भी लिखा था कि “एक और बहादुर दिग्गज हमसे विदा हो गया। जब उन्होंने मंच छोड़ा, तो एक ऐसी खामोशी पीछे रह गई जो सहन करना बेहद मुश्किल है।” उन्होंने धर्मेंद्र को उनकी शख्सियत, सरलता और पंजाब की मिट्टी की खुशबू का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में कई बदलाव आए, लेकिन धर्मेंद्र की सादगी और ममता कभी नहीं बदली। उनका मुस्कुराना और प्यार हर किसी के दिल को छू जाता था।
धर्मेंद्र की यादें और अमिताभ की प्रार्थना
धर्मेंद्र की मौत ने जहां सभी को दुखी किया, वहीं अमिताभ बच्चन ने उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। उन्होंने लिखा कि धर्मेंद्र के जाने से एक ऐसा खालीपन पैदा हुआ है, जिसे भर पाना शायद असंभव है। उनकी यादें और उनका व्यक्तित्व हमेशा सभी के दिलों में जीवित रहेगा। यह दोस्ती और आदर की मिसाल फिल्म उद्योग के लिए हमेशा प्रेरणा बनी रहेगी।





